खैरागढ़: गोविंदा दही हांडी लूट के दौरान हुए चाकू हमले में खैरागढ़ के तीन आरोपी गिरफ्तार

खैरागढ़: गोविंदा दही हांडी लूट के दौरान हुए चाकू हमले में खैरागढ़ के तीन आरोपी गिरफ्तार

खैरागढ़ –  TTJNEWS, खैरागढ़ में 27 अगस्त 2024 को आयोजित गोविंदा दही हांडी लूट कार्यक्रम के दौरान एक विवादित घटना घटी, जिसके परिणामस्वरूप तीन अज्ञात व्यक्तियों ने एक व्यक्ति पर हमला किया।

खैरागढ़: गोविंदा दही हांडी लूट के दौरान हुए चाकू हमले में खैरागढ़ के तीन आरोपी गिरफ्तार
खैरागढ़: गोविंदा दही हांडी लूट के दौरान हुए चाकू हमले में खैरागढ़ के तीन आरोपी गिरफ्तार

इस घटना के बाद पुलिस ने त्वरित कार्यवाही करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले ने स्थानीय प्रशासन और पुलिस अधिकारियों को भी सचेत कर दिया है।

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घटना का विवरण

प्रार्थी अखिलेश पटेल, उम्र 25 वर्ष, निवासी बरेठपारा खैरागढ़, ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि 27 अगस्त की रात लगभग 8 बजे, राजीव चौक खैरागढ़ में गोविंदा दही हांडी लूट कार्यक्रम के दौरान दो पक्षों के बीच विवाद हो रहा था। अखिलेश पटेल ने विवाद को शांत करने का प्रयास किया और दोनों पक्षों को वहां से चले जाने के लिए कहा।

इसके बाद, जब अखिलेश पटेल लघु शंका के लिए स्टेट बैंक खैरागढ़ की तरफ गया, तो वह पहले के विवाद में शामिल एक पक्ष के 3-4 व्यक्तियों से फिर से मिला। वे लोग एक बार फिर से विवाद और मारपीट की बातें कर रहे थे। अखिलेश ने उन्हें फिर से समझाने का प्रयास किया, लेकिन यह मामला यहीं समाप्त नहीं हुआ।

रात लगभग 9 बजे, तीन अज्ञात व्यक्तियों ने अखिलेश पटेल पर हमला किया। उन्होंने अखिलेश को यह कहकर धमकाया कि “तुम कौन होते हो लड़ाई करने से रोकने वाले”, और गंदी गालियां देते हुए मारपीट शुरू कर दी। दो व्यक्तियों ने हाथ और मुक्कों से हमला किया, जबकि एक व्यक्ति ने चाकू से हमला किया, जिससे अखिलेश को दाहिने हाथ और बाएं कमर में चोटें आईं।

पुलिस की त्वरित कार्यवाही

अखिलेश पटेल की रिपोर्ट पर थाना खैरागढ़ में अपराध क्रमांक 336/2024 धारा 296, 351(2), 115(2), 118(1), 3(5) भारतीय न्याय संहिता के तहत मामला दर्ज कर लिया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक त्रिलोक बंसल ने त्वरित कार्यवाही के निर्देश दिए। उन्होंने थाना प्रभारी खैरागढ़ और सायबर सेल प्रभारी को आरोपियों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए।

थाना प्रभारी निरीक्षक जितेन्द्र बंजारे और सायबर सेल प्रभारी निरीक्षक अनिल शर्मा के नेतृत्व में एक संयुक्त टीम बनाई गई। इस टीम ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज की जांच की और संबंधित व्यक्तियों से पूछताछ की।

आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी

सूत्रों से मिली सूचना के आधार पर संदेहियों की पहचान की गई और उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। शुरुआत में आरोपी गोलू नेताम, भोला पटेल, और उत्तम पटेल ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन कड़ी पूछताछ के बाद उन्होंने अपराध स्वीकार कर लिया। आरोपियों ने बताया कि उन्होंने प्रार्थी अखिलेश पटेल को लड़ाई से मना करने पर अश्लील गालियां दीं और मारपीट की। गोलू नेताम ने चाकू से हमला किया, जिसे गवाहों के समक्ष जप्त कर लिया गया।

गिरफ्तार आरोपी 

  • कृष्णा उर्फ गोलू नेताम पिता अगनु नेताम, उम्र 23 वर्ष, वार्ड 11 धरमपुरा खैरागढ़
  • उत्तम पटेल पिता आनन्द, उम्र 21 वर्ष, वार्ड नं 18 तुरकारीपारा खैरागढ़
  • भोला उर्फ भोजराम पटेल पिता दिनेश पटेल, उम्र 19 वर्ष, वार्ड नं 08 तुरकारीपारा खैरागढ़

इन तीनों आरोपियों को अपराध सबूत मिलने पर 29 अगस्त 2024 को विधिवत गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।

पुलिस की कार्यवाही में शामिल अधिकारी

इस पूरी कार्यवाही में कई पुलिस अधिकारियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

  • उप निरीक्षक कैलाश साहू
  • उप निरीक्षक वीरेन्द्र चंद्राकर
  • सउनि टैलेश सिंह
  • सउनि कमलेश बनाफर
  • प्रधान आरक्षक कमलेश श्रीवास्तव
  • आरक्षक त्रिभुवन यदू
  • कमलकांत साहू
  • शिव लाल वर्मा

घटना के बाद की स्थिति

इस घटना के बाद खैरागढ़ में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। पुलिस द्वारा स्थानीय जनता से अपील की गई है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सके।

निष्कर्ष

यह घटना यह बताती है कि कैसे आपसी विवाद और व्यक्तिगत संघर्ष किसी बड़ी घटना का रूप ले सकते हैं। समय पर पुलिस की त्वरित कार्यवाही ने आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जिससे क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनी रही। इस घटना से सभी को यह सिखने की जरूरत है कि किसी भी विवाद को बातचीत और समझ से सुलझाया जा सकता है, न कि हिंसा और मारपीट से।

बचाव का तरीका: किसी भी विवाद को विवाद की स्थिति में जाने से पहले ही सुलझाने का प्रयास करें और यदि मामला गंभीर हो, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।

इस घटना ने यह साबित किया है कि कानून का पालन करने वालों के खिलाफ त्वरित कार्यवाही होती है और दोषियों को सजा मिलती है। अब यह समाज के अन्य लोगों के लिए एक सीख होनी चाहिए कि कानून को हाथ में लेने का प्रयास न करें।

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