नलिन प्रभात अक्टूबर से संभालेंगे जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजीपी का पद: गृह मंत्रालय
नई दिल्ली: भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के वरिष्ठ अधिकारी नलिन प्रभात को गुरुवार, 15 अगस्त 2024 को गृह मंत्रालय (MHA) द्वारा जम्मू-कश्मीर पुलिस का विशेष पुलिस महानिदेशक (SDG) नियुक्त किया गया। श्री प्रभात अक्टूबर से जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (DGP) का पदभार संभालेंगे।
गृह मंत्रालय के आदेश के अनुसार, नलिन प्रभात को आंध्र प्रदेश कैडर से अरुणाचल प्रदेश-गोवा-मिजोरम और केंद्र शासित प्रदेश (AGMUT) कैडर में अंतर-कैडर प्रतिनियुक्ति पर लाया गया है। आदेश में कहा गया है, “नलिन प्रभात, IPS (AP:1992) को तत्काल प्रभाव से और 30 सितंबर 2024 तक जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष पुलिस महानिदेशक (SDG) के रूप में नियुक्त किया जाता है।”
5 रोचक बाते नलिन प्रभात जी के बारे में
- नलिन प्रभात को 15 अगस्त 2024 को गृह मंत्रालय द्वारा जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष पुलिस महानिदेशक (SDG) के रूप में नियुक्त किया गया।
- 1 अक्टूबर 2024 से प्रभात जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (DGP) के पद को संभालेंगे, वर्तमान डीजीपी आर.आर. स्वैन की सेवानिवृत्ति के बाद।
- नलिन प्रभात का कश्मीर में उग्रवाद से निपटने का व्यापक अनुभव है, जिसमें उन्होंने दक्षिण कश्मीर और CRPF के श्रीनगर सेक्टर में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर सेवा दी है।
- मिलिटेंसी के बढ़ते खतरों और जंगल युद्ध में प्रशिक्षित मिलिटेंट्स के हमलों के बीच प्रभात का पदभार ग्रहण करना एक बड़ी चुनौती है, विशेष रूप से जून 2024 से जम्मू-कश्मीर में 18 से अधिक मुठभेड़ों के संदर्भ में।
- प्रभात को उनके उत्कृष्ट सेवाओं के लिए ‘अंतरिक सुरक्षा सेवा पदक’, ‘पुलिस (विशेष ड्यूटी) पदक’ और ‘बार’ जैसे सम्मानों से नवाजा गया है, जो उनकी विशेषज्ञता और अनुभव का प्रतीक है।
मिलिटेंसी के बढ़ते खतरे के बीच पदभार ग्रहण:
नलिन प्रभात 1 अक्टूबर 2024 से जम्मू-कश्मीर के डीजीपी के रूप में कार्यभार संभालेंगे। वे वर्तमान डीजीपी आर.आर. स्वैन (IPS) का स्थान लेंगे, जो 30 सितंबर 2024 को अपनी सेवानिवृत्ति पर इस पद से विदा लेंगे। आर.आर. स्वैन ने अगस्त 2019 में जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को समाप्त करने के बाद 2020 में जम्मू-कश्मीर में अपराध अन्वेषण विभाग (CID) के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADGP) के रूप में पदभार संभाला था।
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नलिन प्रभात ऐसे समय में जम्मू-कश्मीर में डीजीपी का पद ग्रहण कर रहे हैं जब राज्य में मिलिटेंसी की चुनौती बढ़ रही है। हाल ही के महीनों में जंगल युद्ध में प्रशिक्षित मिलिटेंट्स के हमलों में वृद्धि हुई है, जिससे राज्य की सुरक्षा व्यवस्था के सामने गंभीर चुनौतियां खड़ी हो रही हैं। जून 2024 से अब तक जम्मू-कश्मीर में 18 से अधिक मुठभेड़ें हो चुकी हैं।
नलिन प्रभात का अनुभव और योगदान:
नलिन प्रभात को कश्मीर में उग्रवाद से निपटने का व्यापक अनुभव है, और उन्होंने पहले भी जम्मू-कश्मीर में विभिन्न पदों पर सेवा दी है। वे पहले दक्षिण कश्मीर, ऑप्स रेंज के उप पुलिस महानिरीक्षक (DIG) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के श्रीनगर सेक्टर में भी तैनात रह चुके हैं। इसके अलावा, उन्होंने CRPF के कश्मीर, ऑप्स सेक्टर के महानिरीक्षक (IG) के रूप में भी सेवाएं दी हैं।
विवरण जानकारी
नाम नलिन प्रभात
नियुक्ति की तारीख 15 अगस्त 2024
नया पद पुलिस महानिदेशक (DGP), जम्मू-कश्मीर
वर्तमान पद विशेष पुलिस महानिदेशक (SDG), जम्मू-कश्मीर
नियुक्ति का आदेश जारी करने वाला गृह मंत्रालय (MHA)
नियुक्ति का कैडर आंध्र प्रदेश से AGMUT कैडर में अंतर-कैडर प्रतिनियुक्ति
पदभार ग्रहण की तिथि 1 अक्टूबर 2024
वर्तमान डीजीपी आर.आर. स्वैन (IPS)
मिलिटेंसी की चुनौतियाँ जंगल युद्ध में प्रशिक्षित मिलिटेंट्स द्वारा हमले, हाल ही में 18 से अधिक मुठभेड़ें
प्रभात का अनुभव दक्षिण कश्मीर, ऑप्स रेंज के DIG; CRPF के श्रीनगर सेक्टर में तैनाती; CRPF के कश्मीर, ऑप्स सेक्टर के IG
प्रशंसाएँ अंतरिक सुरक्षा सेवा पदक, पुलिस (विशेष ड्यूटी) पदक और बार
चुनौतियाँ जम्मू-कश्मीर में बढ़ती मिलिटेंसी और सुरक्षा चुनौतियों का सामना
श्री प्रभात को जम्मू-कश्मीर में मिलिटेंसी से निपटने के लिए एक पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा प्रशंसा भी मिली थी। उनकी सराहनीय सेवाओं के लिए उन्हें ‘अंतरिक सुरक्षा सेवा पदक’, ‘पुलिस (विशेष ड्यूटी) पदक’ और ‘बार’ जैसे सम्मानों से नवाजा गया है।
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निष्कर्ष:
नलिन प्रभात का जम्मू-कश्मीर के डीजीपी के रूप में चयन उनके समृद्ध अनुभव और उग्रवाद से निपटने में उनकी विशेषज्ञता को दर्शाता है। उनके नेतृत्व में, जम्मू-कश्मीर पुलिस को वर्तमान चुनौतियों का सामना करने में मदद मिलेगी और राज्य में शांति और स्थिरता को बढ़ावा मिलेगा। हालांकि, मिलिटेंसी के बढ़ते खतरे के मद्देनजर यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि वे सुरक्षा व्यवस्था को किस तरह से मजबूत करते हैं।