बांग्लादेश: प्रधानमंत्री शेख हसीना का इस्तीफा और देश में भारी उथल-पुथल

बांग्लादेश: प्रधानमंत्री शेख हसीना का इस्तीफा और देश में भारी उथल-पुथल
INTRODUCTION 

इस सम्पूर्ण लेख में बंगलादेश के बारे चल रहे अत्याचार और बांग्लादेश: प्रधानमंत्री शेख हसीना का इस्तीफा और देश में भारी उथल-पुथल विद्रोह के बारे में लिखा गया है जिसमे वहआ की प्रधामनट्री सेख हसीना के पद स्तीफा की चर्चा किया गया है बांग्लादेश इस समय अभूतपूर्व संकट का सामना कर रहा है।

बांग्लादेश: प्रधानमंत्री शेख हसीना का इस्तीफा और देश में भारी उथल-पुथल
बांग्लादेश: प्रधानमंत्री शेख हसीना का इस्तीफा और देश में भारी उथल-पुथल

यह आलेख किसी धर्म विशेष को समर्थन करने के लिए नई लिखा गया है यह न्यूज़ बताने के लिए लिखा गया है। पिछले 15 वर्षों से सत्ता में रहीं प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया है और देश छोड़कर भाग गई हैं। इस संकट के बीच, बांग्लादेश की स्थिति पर नजर रखने के लिए पढ़ें सभी लाइव अपडेट्स।

शेख हसीना का इस्तीफा और देश से पलायन

प्रधानमंत्री शेख हसीना, जिन्होंने बांग्लादेश में 15 वर्षों तक शासन किया, ने अपनी पद से इस्तीफा दे दिया है और देश छोड़ दिया है। शेख हसीना का यह कदम देश में बढ़ते विरोध प्रदर्शनों के बीच आया है। इस संकट की शुरुआत नौकरी कोटा प्रणाली के खिलाफ विरोध प्रदर्शन से हुई, जो जल्द ही उनके और उनकी सरकार के खिलाफ बड़े पैमाने पर विद्रोह में बदल गया।

बांग्लादेश: प्रधानमंत्री शेख हसीना का इस्तीफा और देश में भारी उथल-पुथल

विरोध प्रदर्शनों में बढ़ती हिंसा

पिछले कुछ हफ्तों में, बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शनों के दौरान 300 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। देश के विभिन्न हिस्सों में भारी हिंसा और संघर्ष की घटनाएं सामने आई हैं। विरोध प्रदर्शनकारियों ने सरकारी इमारतों और संपत्तियों पर हमले किए हैं, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो गई है।

BNP की अध्यक्ष खालिदा जिया की रिहाई

इस संकट के बीच, एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में, BNP की अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया को रिहा कर दिया गया है। उनकी रिहाई ने राजनीतिक माहौल को और अधिक अस्थिर कर दिया है और सरकार के खिलाफ विरोध को और भड़काया है।

शेख हसीना की भारत आगमन

शेख हसीना सोमवार शाम को भारत पहुंची, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि वह दिल्ली में रहेंगी या कहीं और स्थानांतरित होंगी। उनके भारत आगमन के बाद, भारतीय सरकार ने उनके संबंध में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।

अंतरिम सरकार की मांग

ढाका में, विरोध प्रदर्शनकारियों और एंटी-डिस्क्रिमिनेशन स्टूडेंट मूवमेंट के नेताओं ने नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व में एक अंतरिम सरकार के गठन की मांग की है। उनका मानना है कि मौजूदा संकट को हल करने और देश में स्थिरता लाने के लिए एक अंतरिम सरकार आवश्यक है।

अमेरिकी प्रतिक्रिया

संयुक्त राज्य अमेरिका ने बांग्लादेश में जारी हिंसा पर गहरी चिंता व्यक्त की है। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने कहा, “हम बांग्लादेश में जारी हिंसा, विशेष रूप से धार्मिक या राजनीतिक समूहों के सदस्यों पर हिंसा के बारे में गहराई से चिंतित हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि नई सरकार को सभी घटनाओं की विश्वसनीय जांच करनी चाहिए और पीड़ितों को न्याय प्रदान करना चाहिए।

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राहुल आनंदा के घर पर हमला

ढाका के धनमंडी 32 में एक उग्र भीड़ ने संगीतकार राहुल आनंदा के घर में आग लगा दी और लूटपाट की। इस हमले में, जो शेख हसीना के नेतृत्व वाली सरकार के पतन के बाद अल्पसंख्यकों और हिंदुओं को लक्षित करने की बढ़ती घटनाओं के बीच हुआ, आनंदा और उनके परिवार के सदस्य सुरक्षित बच निकले, लेकिन उनके घर की कीमती चीजें चोरी और नष्ट कर दी गईं।

विदेशी हस्तक्षेप का संदेह

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, कई पूर्व राजनयिकों और विशेषज्ञों ने बांग्लादेश में हो रहे संकट के पीछे विदेशी हस्तक्षेप की संभावना पर चिंता जताई है। पूर्व भारतीय उच्चायुक्त पिनाक रंजन चक्रवर्ती ने कहा, “बांग्लादेश ने अतीत में कई ऐसे संकट देखे हैं…यह कई कारणों से हुआ है, मुख्यतः उनके आंतरिक कारणों से। यह संभावना नहीं है कि बांग्लादेश में विदेशी ताकतें नहीं हैं जिन्होंने हसीना सरकार को जारी नहीं रहने देना चाहा।”

एंटनी ब्लिंकन का बयान

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने मंगलवार को बांग्लादेश में लोकतांत्रिक सिद्धांतों के सम्मान का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “अंतरिम सरकार के जो भी निर्णय हों, उन्हें लोकतांत्रिक सिद्धांतों का सम्मान करना चाहिए, कानून का पालन करना चाहिए और लोगों की इच्छा का सम्मान करना चाहिए।”

नेपाल की सुरक्षा बढ़ाई गई

बांग्लादेश में राजनीतिक उथल-पुथल के बीच, नेपाल ने अपनी सीमाओं और काठमांडू में बांग्लादेशी दूतावास के सुरक्षा को बढ़ा दिया है। नेपाली सुरक्षा एजेंसियों ने अवैध प्रवेश को रोकने के लिए भारत के साथ समन्वय किया है।

BSF की तैयारी

बीएसएफ के महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी ने पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा पर स्थित पेट्रापोल आईसीपी और 68वीं बटालियन के अत्यधिक संवेदनशील सीमा चौकी रणाघाट का दौरा किया। उनका दौरा बीएसएफ की सामरिक और परिचालन तैयारियों का आकलन करने के लिए था।

SCBA अध्यक्ष की मांग

बांग्लादेश की स्थिति बिगड़ने के बाद, सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (SCBA) के अध्यक्ष एएम महबूब उद्दीन खोकन ने भारत से शेख हसीना और उनकी बहन शेख रिहाना को गिरफ्तार करने और उन्हें बांग्लादेश वापस भेजने की अपील की है। उन्होंने कहा, “हम भारत के लोगों के साथ सकारात्मक संबंध बनाए रखना चाहते हैं। कृपया शेख हसीना और शेख रिहाना को गिरफ्तार करें, जो देश छोड़कर भाग गए हैं, और उन्हें बांग्लादेश भेज दें।”

निष्कर्ष

बांग्लादेश इस समय एक गंभीर संकट का सामना कर रहा है। प्रधानमंत्री शेख हसीना का इस्तीफा और देश छोड़ना इस संकट को और अधिक बढ़ा दिया है। विरोध प्रदर्शनों में हिंसा और मौतों की संख्या बढ़ती जा रही है। अमेरिकी प्रतिक्रिया और विदेशी हस्तक्षेप के संदेह ने स्थिति को और जटिल बना दिया है। बांग्लादेश की वर्तमान स्थिति को देखते हुए, यह स्पष्ट है कि देश को स्थिरता और शांति बहाल करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का सहयोग और समर्थन आवश्यक है।

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