Budget 2024: पेश होने के बाद GOLD और SILVER के PRICE में गिरावट जाने कितना

Budget 2024: पेश होने के बाद GOLD और SILVER के PRICE में गिरावट कितना जाने

 

Budget 2024: पेश होने के बाद GOLD और SILVER के PRICE में गिरावट जाने कितना
Budget 2024: पेश होने के बाद GOLD और SILVER के PRICE में गिरावट जाने कितना

Budget 2024: पेश होने के बाद GOLD और SILVER के PRICE में गिरावट जाने कितना, 2024 में सोने और चांदी की कीमतों में आई बड़ी गिरावट ने निवेशकों और खरीदारों के लिए एक सुनहरा अवसर प्रस्तुत किया है। 18 जुलाई से लेकर 25 जुलाई तक सोने की कीमत में ₹5,845 प्रति 10 ग्राम और चांदी की कीमत में ₹9,754 प्रति किलोग्राम की गिरावट दर्ज की गई है। इस लेख में, हम इस गिरावट के प्रमुख कारणों और इसके बाद के संभावित प्रभावों पर चर्चा करेंगे, साथ ही यह जानेंगे कि निवेशकों के लिए यह समय किस प्रकार लाभकारी हो सकता है।

2024 में सोने और चांदी की कीमतें: गिरावट का ट्रेंड

इंडियन बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन के आंकड़ों के अनुसार, 25 जुलाई तक 24 कैरेट सोने की कीमत ₹68,177 प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोने की कीमत ₹62,450 प्रति 10 ग्राम थी। Budget 2024: पेश होने के बाद GOLD और SILVER के PRICE में गिरावट जाने कितना, चांदी की कीमत ₹81,801 प्रति किलोग्राम तक गिर गई थी। वहीं, 18 जुलाई की कीमतें क्रमशः ₹73,979 प्रति 10 ग्राम (24 कैरेट सोना) और ₹67,765 प्रति 10 ग्राम (22 कैरेट सोना) थीं, जबकि चांदी की कीमत ₹91,555 प्रति किलोग्राम थी।

कस्टम ड्यूटी में कमी का असर

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा 2024 के केंद्रीय बजट में सोने और चांदी पर कस्टम ड्यूटी घटाने की घोषणा की गई थी।Budget 2024: पेश होने के बाद GOLD और SILVER के PRICE में गिरावट जाने कितना, पहले जहां आयात शुल्क 15% था, अब इसे घटाकर 6% कर दिया गया है। इसी तरह, प्लैटिनम पर आयात शुल्क 15.4% से घटकर 6.4% रह गया है। इस घोषणा का सीधा असर सोने और चांदी की कीमतों पर पड़ा है, जिससे कीमतें गिरावट की ओर बढ़ी हैं।

दुनिया में जारी तनाव और सोने की कीमतें

दुनिया भर में जारी आर्थिक और राजनीतिक तनावों का भी सोने की कीमतों पर असर देखा जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर ये तनाव कम होते हैं, तो सोने की कीमतें और भी नीचे आ सकती हैं।

यह समय निवेशकों के लिए सोने और चांदी में निवेश करने का अच्छा मौका है, क्योंकि वर्तमान में कीमतें निचले स्तर पर हैं।

ज्वेलर्स के लिए बिक्री की चुनौती

सोने और चांदी की ऊंची कीमतों ने ज्वेलर्स के सामने बिक्री की चुनौती खड़ी कर दी थी। ऊंची कीमतों के कारण ग्राहकों की खरीदारी में कमी आई थी, जिससे ज्वेलर्स के कारोबार पर असर पड़ा था। अब, कीमतों में आई इस गिरावट से ज्वेलर्स को उम्मीद है कि उनकी बिक्री में सुधार होगा। ज्वेलर्स तो चाहते हैं कि सोने की कीमतें ₹60,000 प्रति 10 ग्राम तक आ जाएं, जिससे यह लोगों की पहुंच में आ सके और बिक्री में तेजी आए।

निवेशकों के लिए सोने और चांदी खरीदने का सही समय

विशेषज्ञों के अनुसार, वर्तमान में सोने और चांदी की कीमतों में आई गिरावट निवेशकों के लिए एक अच्छा मौका है।Budget 2024: पेश होने के बाद GOLD और SILVER के PRICE में गिरावट जाने कितना,  सोने और चांदी के दामों में हुई इस गिरावट को एक सकारात्मक संकेत के रूप में देखा जा रहा है। इसके पीछे कारण यह है कि इस समय कीमतें निचले स्तर पर हैं, जिससे भविष्य में इनकी कीमतें बढ़ने की संभावना है। ऐसे में, निवेशकों को सलाह दी जा रही है कि वे इस मौके का फायदा उठाते हुए सोने और चांदी में निवेश करें। इससे उन्हें भविष्य में अच्छे रिटर्न की संभावना हो सकती है।

त्योहारों का सीजन और खरीदारी

हालांकि शादी-विवाह का सीजन खत्म हो चुका है, लेकिन आने वाले कुछ महीनों में त्योहारों का सीजन शुरू हो जाएगा। भारत में त्योहारों के दौरान सोने और चांदी की खरीदारी एक पारंपरिक और सांस्कृतिक प्रथा है।

पेश होने के बाद GOLD और SILVER के PRICE में गिरावट जाने कितना,

ऐसे में, वर्तमान कीमतों में आई गिरावट के कारण त्योहारों के सीजन में खरीदारी में बढ़ोतरी होने की संभावना है।

निष्कर्ष: Budget 2024: पेश होने के बाद GOLD और SILVER के PRICE में गिरावट जाने कितना, बजट के बाद का असर और निवेश का समय

2024 के केंद्रीय बजट में किए गए कस्टम ड्यूटी में बदलाव और दुनिया भर में जारी तनावों का प्रभाव सोने और चांदी की कीमतों पर स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। वर्तमान में कीमतों में आई गिरावट निवेशकों के लिए एक सुनहरा अवसर है। विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार, यह समय सोने और चांदी में निवेश करने का सही समय है। इससे न केवल निवेशकों को लाभ होगा, बल्कि ज्वेलर्स की बिक्री में भी सुधार आएगा।

कुल मिलाकर, 2024 में सोने और चांदी की कीमतों में आई गिरावट को एक सकारात्मक संकेत के रूप में देखा जा रहा है। यह समय निवेशकों और खरीदारों के लिए सोच-समझ कर निवेश करने का है, जिससे वे भविष्य में होने वाले मूल्य वृद्धि का फायदा उठा सकें।

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