CG News: छत्तीसगढ़ में टमाटर की खेती का बढ़ता चलन, जाने कोनसा जिला सबसे आगे
छत्तीसगढ़ में कृषि के क्षेत्र में लगातार नए बदलाव देखे जा रहे हैं, और इस परिवर्तन में टमाटर की खेती प्रमुख भूमिका निभा रही है। किसानों का झुकाव धान और सोयाबीन जैसी परंपरागत फसलों से हटकर टमाटर की खेती की ओर बढ़ा है।
Ratan Tata: A Visionary Leader and Philanthropist, net worth, Total Donation
दुर्ग जिले में टमाटर की खेती का विस्तार
CG News के अनुसार, दुर्ग जिले में टमाटर की खेती पिछले दो दशकों में जबरदस्त बढ़ी है। यहां के किसानों ने लगभग 35 हजार एकड़ जमीन पर टमाटर की खेती शुरू कर दी है। यह क्षेत्रफल जिले के कृषि उत्पादन में महत्वपूर्ण योगदान देता है, और किसानों को इससे अच्छा मुनाफा हो रहा है। जिले के धमधा ब्लॉक के किसान टमाटर की खेती में सबसे आगे हैं।
टमाटर की खेती क्यों बढ़ी?
धान और सोयाबीन की खेती में पानी की आवश्यकता अधिक होती है, लेकिन धमधा जैसे इलाकों में पानी की कमी और सिंचाई के सीमित साधनों के चलते किसानों को नुकसान का सामना करना पड़ा। इसके बाद उन्होंने टमाटर की खेती की ओर रुख किया। शुरुआती दौर में सिर्फ कुछ किसानों ने टमाटर की खेती शुरू की थी, लेकिन मुनाफा देखकर अन्य किसान भी प्रेरित हुए और आज टमाटर की खेती जिले के अधिकांश हिस्सों में की जा रही है।
जिले के प्रमुख गांवों में टमाटर की खेती
कई गाँव जैसे कि बोड़ेगांव, सिलीडीह, कन्हारपुरी, पथरिया, डोमा, जाताघर्रा, और गाड़ाघाट में धान के बाद सबसे अधिक टमाटर की खेती हो रही है। दुर्ग जिले में हर साल लगभग 1 लाख 95 हजार मीट्रिक टन टमाटर का उत्पादन होता है, जो इसे प्रदेश का सबसे बड़ा टमाटर उत्पादक जिला बनाता है।
टमाटर की खेती से किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार
पहले किसान अपनी बाड़ी में सीमित मात्रा में टमाटर, मिर्च, धनिया आदि उगाते थे। लेकिन जब कुछ किसानों ने बड़े पैमाने पर टमाटर की खेती शुरू की और अच्छा मुनाफा कमाया, तो अन्य किसानों का भी रुझान इस ओर बढ़ा। आज यह स्थिति है कि किसान अपनी उपज को पड़ोसी राज्यों तक बेच रहे हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में काफी सुधार हुआ है।
प्रमुख आंकड़े और तथ्य (Key Highlights)
बिंदु | जानकारी |
---|---|
प्रमुख उत्पादक जिला | दुर्ग |
खेती का क्षेत्रफल | 35 हजार एकड़ से अधिक |
प्रमुख ब्लॉक | धमधा, बोड़ेगांव, जाताघर्रा, पथरिया, सिलीडीह |
टमाटर उत्पादन | 1 लाख 95 हजार मीट्रिक टन |
टमाटर की मांग | साल भर |
निष्कर्ष
CG News के अनुसार, टमाटर की खेती ने छत्तीसगढ़ के किसानों की आर्थिक स्थिति को काफी बेहतर किया है। खासकर दुर्ग जिले के किसान इस फसल से अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं और पूरे राज्य में टमाटर की पैदावार में योगदान दे रहे हैं। बाजार में बारहों महीने टमाटर की मांग और इसकी अच्छी कीमत किसानों को इस फसल की ओर प्रेरित कर रही है।
FAQs (सामान्य प्रश्न)
- छत्तीसगढ़ में सबसे अधिक टमाटर का उत्पादन किस जिले में हो रहा है?
- दुर्ग जिले में सबसे अधिक टमाटर की पैदावार हो रही है।
- किसानों ने धान और सोयाबीन की जगह टमाटर की खेती क्यों शुरू की?
- पानी की कमी और अधिक मुनाफा के चलते किसानों ने टमाटर की खेती की ओर रुख किया है।
- दुर्ग जिले में कितनी जमीन पर टमाटर की खेती की जा रही है?
- दुर्ग जिले में लगभग 35 हजार एकड़ से भी अधिक जमीन पर टमाटर की खेती की जा रही है।
CG News में टमाटर की खेती से जुड़ी और जानकारी के लिए जुड़े रहें।